भारतीय संस्कृति में बहुत सरे त्यौहार हैं, उन्ही में से एक प्रसिद्ध त्यौहार छठ पूजा है. भारतीय सांस्कृतिक इतिहास में समृद्धि और समरसता का प्रतीक माना जाने वाला छठ पूजा, एक अत्यंत महत्वपूर्ण हिन्दू त्योहार है. यह पूजा प्रमुख रूप से भारत के बिहार, उत्तर प्रदेश, झारखंड, पश्चिम बंगाल, और नेपाल में धूम धाम से मनाया जाता है. छठ पूजा आज 17 नवम्बर से सुरु होने जा रही है जो 4 दिन तक चलेगी. यंहा Chhath Puja Image and date के Calendars साथ छठ पूजा क्यों मनाई जाती है का बेसिक ज्ञान मिल जायेगा.
Chhath Puja 2023
छठ पुजा जो आज से सुरु हो रही है, यह 4 दिनों तक चलती है 17 को पहला दिन है जो नहाय-खाय को समापन होता है, 18 को खरना (लोहंडा) का समापन होगा. वंही 19 को संध्या अर्घ्य का है, और चौथे दिन (20 को) उगते सूर्य का पारण होना है.
17 नवम्बर दिन शुक्रवार छठ पूजा का पहला दिन :- नहाय-खाय
18 नवम्बर दिन शनिवार छठ पूजा का दूसरा दिन:- खरना (लोहंडा)
19 नवम्बर दिन रविवार छठ पूजा का तीसरा दिन:- संध्या अर्घ्य
20 नवम्बर दिन सोमवार छठ पूजा का चौथा दिन:- उगते सूर्य को पारण


Chhath Puja | छठ पूजा क्यों मनाई जाती है?
भक्त भगवन सूर्य और छठि माता का प्रसन्न करने के लिए महिलायें 36 घंटो तक उपवास करती है, महिलायें पूजा के दौरान कठिन उपवास रखते हैं, सूर्य को रोज़ जल चढ़ाते हैं. पूजा की मान्यता इस प्रकार है की उपवास करने से निसंतान को संतान की प्राप्ति होती है और मनोकामनाएं पूरी होती हैं. इस त्यौहार का आगमन महाभारत के समय से आना गया है.



